Desi kahani, antarvasna: बिजनेस में हुए नुकसान की वजह से मैं बहुत ज्यादा परेशान रहने लगा था और मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ऐसी स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए लेकिन मेरी बहन ने मेरी मदद की और उसने मुझे कुछ पैसे दिए जिससे कि मैं दोबारा से अपना बिजनेस शुरू कर पाया हूं। मैं अब काफी ज्यादा खुश हूं कि मेरा बिजनेस भी अच्छे से चलने लगा है यदि मेरी बहन मेरी मदद नहीं करती तो शायद मैं अपने बिजनेस को दोबारा से नहीं उठा पाता लेकिन अब उसकी मदद की वजह से मेरा बिजनेस अच्छे से चलने लगा और मैं अपनी सारी परेशानियों से अब दूर हो चुका हूं। मुझे बहुत ही अच्छा लगा जब मेरी बहन की वजह से मेरा बिजनेस दोबारा से अच्छे से चलने लगा लेकिन मेरी परेशानियां अभी भी कम नहीं हुई थी क्योंकि मेरी पत्नी और मेरे बीच में बिल्कुल भी नहीं बन रही थी। वह मुझे हमेशा कहती कि तुम मुझे बिल्कुल भी समय नहीं दे पाते हो।
मैं यह बात अच्छे से जानता था कि मैं अपनी पत्नी को समय नहीं दे पाता हूं लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह इस बात से नाराज होकर अपने मायके चली जाएगी और उसके बाद वह मुझसे डिवोर्स लेने की बात कहेगी। मैंने इस बारे में कभी भी कल्पना नहीं की थी लेकिन मेरी पत्नी अपने मायके जा चुकी थी और उसने मुझसे डिवोर्स लेने की बात कह दी थी। मैं इस बात से बहुत ही ज्यादा परेशान था मैंने अपनी पत्नी को काफी समझाया लेकिन वह मेरी बात कहां मानने वाली थी और उसने मुझसे डिवोर्स लेने की बात कही। अब वह मुझसे डिवोर्स ले चुकी थी उसके बाद मैं अपनी जिंदगी में अकेला हो गया था। मेरी फैमिली का मुझे बहुत ज्यादा सपोर्ट है लेकिन उसके बावजूद भी मुझे काफी अकेलापन महसूस होता। मुझे लगता कि क्या मुझे दोबारा से शादी कर लेनी चाहिए लेकिन मैं शादी करने के मूड में बिल्कुल भी नहीं था और मैंने अभी तक शादी नहीं की थी लेकिन जब पायल के साथ मेरी अच्छी दोस्ती होने लगी तो मुझे लगने लगा कि मुझे पायल से अपने और पायल के रिश्ते के बारे में बात करनी चाहिए। पायल मेरी कॉलेज की दोस्त है उसके और उसके पति के बीच भी बिल्कुल नहीं बनती जिस वजह से वह अपने पति को डिवोर्स दे चुकी है। पायल और मेरी स्थिति एक जैसी ही है पायल भी अपनी फैमिली के साथ रहती है और वह जब भी मुझे मिलती तो मुझे उसके साथ में समय बिताना बहुत ही अच्छा लगता और हम दोनों साथ में काफी अच्छा समय बिताया करता है। पायल और मैं जब भी एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों बहुत ज्यादा खुश रहते।
एक दिन इस बारे में मैंने पायल से बात की तो पायल ने मुझे कहा कि राजेश तुम बहुत ही अच्छे हो और तुम मुझे अच्छे लगते हो लेकिन तुम यह बात तो अच्छे से जानते हो कि मेरा शादीशुदा जीवन बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा जिससे की मैं मानसिक रूप से परेशान रही हूं इस वजह से मैं तुम्हारा साथ नहीं दे सकती। मैंने पायल को समझाने की कोशिश की लेकिन पायल मेरी बात नहीं मानी और वह कहने लगी कि राजेश मुझे इस बारे में सोचना पड़ेगा। पायल और मैं एक दूसरे को मिलते तो मुझे अच्छा लगता। मैं जब भी परेशान होता तो मैं पायल से फोन पर बातें कर लिया करता तो पायल को भी काफी अच्छा लगता था। जब भी हम दोनों एक दूसरे से फोन पर बातें किया करते या फिर हम दोनों एक दूसरे को मिलते तो हमे काफी खुशी महसूस होती लेकिन पायल ने मेरे रिश्ते को अभी तक स्वीकार नहीं किया था और पायल चाहती थी कि वह मेरे साथ सिर्फ दोस्त के रिश्ते से रहे। मैंने भी पायल की बात का सम्मान किया और हम दोनों एक दूसरे के साथ जब भी होते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता। मैं पायल से अपनी हर एक बात शेयर किया करता हूं और पायल को भी बहुत ही अच्छा लगता था जब भी वह मेरे साथ होती थी। एक दिन पायल ने मुझे बताया कि वह कुछ दिनों के लिए अपने किसी रिश्तेदार की शादी में जा रही है तो मैंने पायल से कहा कि तुम वहां से कब तक लौटोगी। वह मुझे कहने लगी कि मैं वहां से जल्द ही लौट आऊंगी और जल्दी ही पायल वहां से लौट आई थी लेकिन पायल बहुत ज्यादा परेशान थी।
मैंने पायल को कहा कि तुम इतनी परेशान क्यों हो तो वह मुझे कहने लगी कि राजेश मेरे पति मुझे बार बार फोन करके परेशान कर रहे हैं इस वजह से मैं परेशान हूं। मैंने पायल को कहा कि अब तो तुमने अपने पति को डिवोर्स दे दिया है और अब तुम्हारा उनसे कोई लेना देना नहीं है उनका अब कोई हक नहीं बनता कि वह तुम्हे परेशान करें। मैंने पायल को कहा कि अगर तुम्हें मेरी मदद की जरूरत हो तो मैं तुम्हारी मदद करने के लिए तैयार हूं लेकिन पायल ने कहा कि नहीं राजेश रहने दो। पायल और मैं एक दूसरे के साथ बातें कर रहे थे और पायल की परेशानी भी अब दूर होने लगी थी। मुझे यह बात बहुत ही अच्छी लगती कि पायल मुझ पर बहुत भरोसा करने लगी है। हालांकि मेरी शादी पायल के साथ तो नहीं हो पाई थी लेकिन मैं उससे अपनी सारी परेशानी शेयर कर लिया करता। जब भी मैं उससे अपनी परेशानी शेयर करता तो मुझे काफी हल्का महसूस होता। मेरा बिजनेस भी अच्छे से चल रहा था और पायल भी मेरे साथ थी तो मुझे अब किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी। मैंने और पायल ने एक दिन साथ मे जाने का फैसला किया। हम दोनों साथ में घूमने के लिए गए। पायल और मैं और साथ में थे पायल ने शॉपिंग की और उसके बाद हम दोनों ने मूवी देखी। जब हम दोनों मूवी देख रहे थे तो उस समय मैने पायल के हाथों को पकड़ लिया मैं पायल के हाथों को सहलाने लगा।
मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था जब मैं उसके हाथों को सहला रहा था वह पूरी तरीके से गर्म होती जा रही थी। पायल बहुत गर्म हो चुकी थी वह एक पल के लिए भी रह नहीं पा रही थी। वह मुझे कहने लगी उस से बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। मैंने पायल की जांघो को सहलाना शुरू कर दिया था। कहीं ना कहीं पायल मेरे साथ सेक्स करने के लिए उतावली थी। मूवी खत्म होने के बाद हम एक होटल मे गए और वहां पर रूम ले लिया। मैं और पायल साथ में बैठे हुए थे। मै पायल की जांघों को सहला रहा था। मैंने उसकी जींस के बटन को खोलते हुए उसकी जींस को नीचे किया तो उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी। उसकी गुलाबी पैंटी से पानी बाहर निकलने लगा था। मैंने उसकी पैंटी को नीचे करते हुए उसकी चूत को सहलाना शुरु किया तो उसे मज़ा आने लगा और मुझे भी बड़ा आनंद आने लगा था। मैंने पायल की चूत के अंदर अपनी उंगली को घुसा दिया। पायल की चूत में मेरी उंगली जा चुकी थी वह बहुत ज्यादा जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी मेरी चूत में दर्द हो रहा है। पायल मेरे हाथ को अपने दोनों पैरों से जकडने की कोशिश करने लगी। मैंने पायल की चूत पर अपने लंड को लगाकर पायल की चूत को और भी गर्म करने की कोशिश की तो वह मचलने लगी और मुझे कहने लगी राजेश मुझे अब इतना ना तड़पाओ मै बिल्कुल भी रह नहीं पाऊंगी। उसने मेरे लंड को अपने हाथों में पकड़ लिया और अपनी चूत के अंदर मेरे लंड को घुसाने की कोशिश करने लगी। मैंने एक झटके के साथ पायल की चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। पायल की चूत में मेरा लंड जाते ही वह जोर से चिल्लाकर मुझे कहने लगी मेरी चूत में दर्द होने लगा है।
मैंने पायल के दोनों पैरों को पकड़ लिया और पायल ने अपनी टी शर्ट को भी उतार दिया था। मैंने उसकी ब्रा को खोलने में उसकी मदद की और उसके बाद में उसके स्तनों को चूसने लगा। जब मै उसके स्तनो को चूस रहा था तो उसे मजा आने लगा था। मैंने पायल की चूत को बड़े अच्छे से सहलाया और उसकी योनि के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था जिस से कि उसकी सिसकारियां बढती जा रही थी। वह चिल्लाकर मुझे कहती मुझे मजा आने लगा है। मैं पायल को बड़े अच्छे तरीके से चोद रहा था और पायल को भी मजा आ रहा था लेकिन पायल की चूत की गर्मी इतनी अधिक हो चुकी थी मैं उसकी चूत की गर्मी को बिल्कुल भी झेल ना सका और मैंने उसकी चूत के अंदर अपने माल को गिरा दिया। मेरा माल पायल की चूत में गिर चुका था पायल ने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और वह उसे चूसने लगी। जब वह मेरे मोटे लंड को अपनी योनि में लेकर उसे सकिंग करने लगी तो मुझे मजा आने लगा और पायल को भी बड़ा मजा आने लगा था जिस तरीके से वह मेरे मोटे लंड को चूस रही थी। उसने मेरे लंड को दोबारा से खड़ा कर दिया था मैंने पायल की चूत पर अपने लंड को सटाया तो वह खुश होओ गई।
पायल की बड़ी चूतडे मेरी तरफ थी। मैंने उसकी चूत पर अपने लंड को लगाकर उसकी योनि को गर्म करने की कोशिश की तो वह गर्म होने लगी और उसकी चूत में धीरे धीरे मेरा लंड चला गया। मेरा मोटा लंड पायल की चूत के अंदर जा चुका था। मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था मैं जिस तरीके से पायल की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करता जा रहा था उस से उसकी चूत में मेरा लंड आसानी से जा रहा था और मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। जब उसकी चूत के अंदर बाहर मेरा लंड होता वह मुझे कहती तुम मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते रहो। मैंने पायल को काफी देर तक चोदा उसके बाद मुझे यह लगने लगा मैं शायद पायल की चूत की गर्मी को झेल नहीं पाऊंगा इसलिए मुझे पायल की चूत में अपने माल को गिराना पडा। मैंने पायल की चूत मे अपने माल को गिरा दिया था। उसके बाद पायल मेरी हो चुकी थी मुझे जब भी पायल के साथ सेक्स करना होता तो पायल हमेशा ही मेरे साथ सेक्स करने के लिए खुश रहती। मैं उसे चोदकर उसकी सारी इच्छा को पूरा कर दिया करता।